विकास अग्रवाल
काशीपुर (महानाद): राजकीय पॉलीटेक्निक के प्रधानाचार्य ने सह उप नियंत्रक पर कॉपी जांचने के दौरा अनुचित लाभ देने का आरोप लगाया है। प्रधानाचार्य की तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।
राजकीय पॉलीटेक्निक के प्रधानाचार्य बीपी सिंह ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि प्राविधिक शिक्षा विभाग के अन्तर्गत उत्तराखण्ड प्राविधिक शिक्षा परिषद् रुड़की द्वारा संचालित शीतकालीन सेमेस्टर परीक्षा 2022-23 में मूल्यांकन केन्द्र-राजकीय पॉलीटेक्निक काशीपुर में सचिन सक्सेना, व्याख्याता मैकेनिकल इंजी. गोपश्वर (तारत्मय राजकीय पॉलीटेक्निक काशीपुर में कार्यरत) सह-उप नियत्रंक नामित थे। उक्त आंबटित कार्य के साथ-साथ सचिन सक्सेना, व्याख्याता मैकेनिकल इंजी. द्वारा मैकेनिकल इंजी. की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन का कार्य भी किया गया था।
उन्होंने बताया कि विभागीय आन्तरिक जांच समिति द्वारा प्रस्तुत जांच आख्या में संपुष्ट साक्ष्यों के आधार पर इस तथ्य की पुष्टि हुई है कि शीतकालीन सेमेस्टर परीक्षा-2022-23 की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन सम्बन्धी गोपनीय कार्य में सचिन सक्सेना द्वारा अपने सगे भाई नितिन सक्सेना छात्र पंचम-सेमेस्टर, मैकेनिकल इंजी. (प्रोडेक्शन), केएलपी रुड़की को अनुचित लाभ पहुँचाने का कृत्य किया गया है। इस सम्बन्ध में संगत धाराओं के अन्तर्गत प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करने/पुलिस कार्यवाही करने का कष्ट करें।
पुलिस ने राजकीय पॉलीटेक्निक के प्रधानाचार्य बीपी सिंह की तहरीर के आधार पर चिन सक्सेना व नितिन सक्सेना के खिलाफ धारा 420 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच कोताल आशुतोष सिंह स्वयं कर रहे हैं।
अब देखना है कि आरोपी व्याख्याता बेगुनाह साबित होता है या अपने भाई के साथ जेल जाता है। यह तो पुलिस जांच के बाद ही सामने आ पायेगा।