आकाश गुप्ता
काशीपुर (महानाद) : शुक्रवार की देर सायं दर्जनों की संख्या में पीआरडी जवानों ने उत्तराखंड सरकार के खिलाफ कैंडल मार्च निकालकर पिछले काफी समय से देहरादून के परेड ग्राउंड में धरने पर बैठे आंदोलनकारियों के द्वारा सचिवालय कूच करते समय रास्ते में पुलिस के द्वारा बलपूर्वक उठाने तथा बिना महिला पुलिसकर्मियों के महिला पीआरडी जवानों को धरने से उठाने का विरोध जताया।
आपको बता दें कि देहरादून परेड ग्राउंड में अपनी मांगों को लेकर पिछले महीने भर से पीआरडी जवान धरने पर बैठे हैं। जिनमें उनकी मुख्य मांगों में मुख्यमंत्री के द्वारा 330 दिन के रोजगार का आश्वासन देने के बाद भी उसका शासनादेश लागू नहीं करने, युवा कल्याण विभाग से उन्हें अलग करने, ईएसआई और पीएफ काटे जाने तथा शासकीय अवकाश दिए जाने कि मांग शामिल है। पीआरडी जवानों की इन मांगों को कैबिनेट में लाने का आश्वासन मुख्यमंत्री द्वारा दिया गया था। जिसे कि पूरा नहीं किये जाने से खफा पीआरडी जवान एक माह से देहरादून के परेड ग्राउंड में धरने पर बैठे थे। जिन्हें धरनास्थल से सचिवालय कूच करते समय उत्तराखंड पुलिस द्वारा रास्ते में रोककर जबरन उठा दिया गया।
वहीं पीआरडी जवानों ने आरोप लगाया कि बिना महिला पुलिसकर्मियों के महिला पीआरडी जवानों को उठाया गया। उत्तराखंड पुलिस द्वारा इस कृत्य की निंदा करते हुए काशीपुर में पीआरडी जवानों ने शुक्रवार देर सायं नगर निगम से लेकर महाराणा प्रताप चौक तक कैंडल मार्च निकाला। उन्होंने कहा कि आगामी नौ जनवरी, रविवार की रात्रि काशीपुर से दर्जनों की संख्या में पीआरडी जवान देहरादून के लिए धरने को समर्थन देने के लिए रवाना होंगे, जबकि नैनीताल से पीआरडी जवान देहरादून धरने को समर्थन दने के लिए पहले ही रवाना हो चुके हैं।
कैंडल मार्च निकालने वालों में अजब सिंह, सुरेंद्र सिंह, बलवीर, राजकुमार, संगीता, पूजा, सुषमा, विवेक, अजय कुमार, जीत सिंह, नंदराम, अनिल कुमार, महमूद, देवेंद्र सिंह आदि शामिल थे।