देहरादून (महानाद) : विजिलेंस की टीम ने सचिवालय में तैनाज समीक्षा अधिकारी कमलेश्वर प्रसाद थपलियाल को 75 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
बता दें कि 25 फरवरी 2022 को महेश चन्द्र अग्रवाल पुत्र कृष्ण चन्द्र अग्रवाल ने एसपी विजिलेंस, देहरादून को शिकायती पत्र देकर बताया कि वह विगत 30.04.2008 को सिंचाई विभाग, उत्तराखण्ड से कनिष्ठ अभियन्ता के पद से रिटायर हुये थे। वर्ष 2013 में सिचाई विभाग द्वारा ग्रेच्युटी में से कुछ धनराशि कटौती की गयी थी। जिस पर महेश चंद्र अग्रवाल ने न्यायालय में वाद दायर किया।
हाईकोर्ट के आदेश के क्रम में 22.02.2022 को उत्तराखण्ड शासन के सिंचाई विभाग में नियुक्त अनुभाग अधिकारी अनिल पुरोहित द्वारा फोन से वार्ता कर शिकायतकर्ता महेश चन्द्र अग्रवाल को बुलाया गया। और 24.02.2022 को अनुभाग अधिकारी अनिल कुमार पुरोहित द्वारा शिकायतकर्ता को हाईकोर्ट के आदेश के विरुद्ध सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दाखिल न करने तथा देय भुगतान कराने के लिए उनसे 1,00,000/-रुपये रिश्वत की मांग की गयी। शिकायतकर्ता द्वारा उक्त धनराशि देने मे असमर्थता जताते हुये अनुग्रह के बाद 75 हजार रुपये लेने की बात तय की गयी। जिसके बाद महेश चन्द्र अग्रवाल को 75,000/- लेकर दिनांक 28.02.2022 को सायं सचिवालय गेट के बाहर बुलाया गया। अनुभाग अधिकारी अनिल पुरोहित द्वारा समीक्षा अधिकारी केपी थपलियाल को रिश्वत के पैसे लेने हेतु सचिवालय गेट के बाहर भेजा गया। लेकिन शिकायतकर्ता महेश चन्द्र अग्रवाल रिश्वत देना नहीं चाहते थे और ऐसे भ्रष्ट अधिकारी को रिश्वत लेते पकड़वाना चाहते थे। इसलिए उन्होंने इसकी शिकायत विजिलेंस विभाग से की।
महेश चन्द्र अग्रवाल के शिकायती पत्र पर पुलिस उपाधीक्षक, सतर्कता सैक्टर देहरादून अनुषा बडोला ने गोपनीय जांच कराई और आरोप सही पाते हुये नियमानुसार टैªप संचालन हेतु टैªप टीम का गठन किया गया। पुलिस उपाधीक्षक सुरेन्द्र सिह सांमत के नेतृत्व में सरकारी गवाहों के साथ मिलकर तीन टीमों का गठन किया गया।
दिनांक 28.02.2022 को अभियुक्त कमलेश्वर प्रसाद थपलियाल पुत्र राम प्रसाद थपलियाल, निवासी-ग्राम पलास, सराई पट्टी जुआ, नई टिहरी हाल निवासी सी -7, ऑफिसर्स कालोनी, रेसकोर्स, देहरादून को स्वतन्त्र सरकारी गवाहान के समक्ष शिकायतकर्ता महेश चन्द्र अग्रवाल से 75 हजार रुपये रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। आरोपी के विरुद्ध थाना सतर्कता सैक्टर, देहरादून पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधित अधिनियम 2018) की समुचित धाराओं के अन्तर्गत अभियोग पंजीकृत कर जांच शुरु कर दी गई है।
निदेशक सतर्कता अमित कुमार सिन्हा द्वारा ट्रैप टीम को उत्साहवर्धन हेतु उचित ईनाम देने की घोषणा की गई है।
पुलिस अधीक्षक सतर्कता अधिष्ठान मुख्यालय धीरेन्द्र गुंज्याल ने लोगों से अपील की है कि यदि किसी भी सरकारी कर्मचारी/अधिकारी द्वारा भष्टाचार के माध्यम से आय से अधिक सम्पत्ति अर्जित की गयी हो तथा किसी कार्य हेतु रिश्वत की अवैध मांग की जा रही हो या अन्य व्यक्तियों के माध्यम से भ्रष्टाचार किया जा रहा हो तो भ्रष्टाचार को सहन न करें। बिना भय के भ्रष्टाचारियों/भ्रष्टाचार के विरुद्ध शिकायत करें। सतर्कता विभाग उत्तराखण्ड शासन द्वारा भ्रष्टाचार के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी।
लोगों की सुविधा के लिए निम्न नम्बर जारी किये गये हैं-
हेल्प लाईन नं. – 1064,
व्हाट्स एप नं. – 9456592300
पुलिस अधीक्षक सतर्कता -0135-2725535, मो.नं.-9456594883
पुलिस अधीक्षक सतर्कता सैक्टर, देहरादून -0135-2725424, मो.नं.-9456591894
पुलिस अधीक्षक सतर्कता सैक्टर हल्द्वानी – 05946-246372, मो.नं.-9456592297