River Rafting: अगर आप रिवर राफ्टिंग का इंतजार कर रहे है तो आपके लिए बुरी खबर है। ऋषिकेश में अभी रिवर राफ्टिंग शुरू नहीं हो पाएगी। बताया जा रहा है कि उत्तराखंड में मानसून की सक्रियता के कारण नदियांउफान पर है। जिसका सीधा असर गंगा और उसकी सहायक नदियों पर भी पड़ रहा है। ऐसे में उफनाती नदी में खतरे को देखते हुए रिवर राफ्टिंग पर अभी रोक लगी हुई है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार हर साल पांच सितंबर से गंगा में राफ्टिंग शुरू हो जाती थी। लेकिन राफ्टिंग जोन में अभी जल स्तर ज्यादा है जिसके चलते राफ्टिंग कंपनियां अभी गंगा नदी में राफ्ट नहीं उतार पाएंगी, ऐसे में शासन-प्रशासन लगातार जल स्तर पर नजर बनाए हुई है।जैसे ही गंगा का जलस्तर कम होना शुरू होगा तो एक बार फिर ऋषिकेश में राफ्टिंग शुरू कर दी जाएगी।
आपको बता दें कि यहां 280 राफ्टिंग कंपनियां हैं और 575 राफ्टों का संचालन उन कंपनियों के तहत किया जाता है। ऋषिकेश में क्लब हाउस से राम झूला तक की राफ्टिंग की जाती है जो कि 9 किलोमीटर की दूरी तय करती है और इसका प्रति व्यक्ति रेट 600 है। ब्रह्मपुरी से रामझूला तक भी 600 प्रति व्यक्ति रेट है और यह भी 9 किलोमीटर की दूरी तय करती है। शिवपुरी से राम झूला तक 15 किलोमीटर की दूरी के हजार रुपए हर एक व्यक्ति से चार्ज किए जाते हैं। शिवपुरी से मरीन ड्राइव तक 10 किलोमीटर की राफ्टिंग में हर व्यक्ति से ₹600 चार्ज किए जाते हैं।
गौरतलब है कि ऋषिकेश का विश्व प्रसिद्ध एडवेंचर स्पोर्टस गंगा में वाइट रिवर राफ्टिंग एडवेंचर के शौकीनों को हमेशा ही अपनी ओर खींचता है। देश- विदेश से बड़ी संख्या में साहसिक और एडवेंचर खेल के दीवाने ऋषिकेश का रुख करते हैं।हर साल गंगा का जलस्तर बढ़ने पर व्हाइट रिवर राफ्टिंग पर रोक लग जाती है, जिसके चलते राफ्टिंग कंपनियां 3 महीने अपने काम को बंद कर देती है।