रामनगर : अवैध संबंधों में बना बाधक तो पत्नी ने प्रेमी संग मिलकर लगा दिया ठिकाने

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सलीम अहमद
रामनगर (महानाद) : पुलिस ने कल ढेला नदी में मिले शव की हत्या का खुलासा करते हुए मृतक की पत्नी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

आपको बता दें कि दिनांक फरवरी को डायल 112 के माध्यम से पुलिस को सूचना मिली सावल्दे पूर्व में, ढेला नदी के किनारे एक व्यक्ति का शव पड़ा है। सूचना मिलने पर कोतवाल अरुण कुमार सैनी मय फोर्स के मौके पर पहुंचे औश्र मृतक की तलाशी ली तो मृतक की जेब से आधार कार्ड व स्थानीय ग्रामीण किशनराम द्वारा मृतक की शिनाख्त रमेश चन्द्र (49 वर्ष) पुत्र विशनराम निवासी सावल्दे पूर्व, रामनगर के रूप में हुई।

मामले में मृतक की माँ मानुली देवी ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि उसके पुत्र रमेश की हत्या उनकी पुत्रवधु हेमा देवी व उसके प्रेमी दीपक उर्फ दीपू ने की है। जिसके आधार पर एफआईआर सं 60/2023 धारा 302/201 आईपीसी के तहत दर्ज की नामजद आरोपी दीपक उर्फ दीपू से सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि विगत 4 वर्षों से उसके मृतक रमेश की पत्नी से अवैध सम्बन्ध है, जिनके चलते मृतक लगातार दीपक से नाराज रहता था और उसके साथ गाली गलौज करता था तथा अपनी पत्नी हेमा देवी के साथ मारपीट करता था।

दीपक ने बताया कि करीब 15 दिन पहले रोज-रोज की मारपीट से तंग आकर हेमा देवी ने दीपक के साथ मिलकर रमेश चन्द्र की हत्या कर पीछा छुड़ाने की बात कही थी। वहीं लगभग 15-16 दिन पहले गाँव के एक व्यक्ति की अन्त्येष्ठी मे शामिल होने के लिए जब वह श्मशान घाट गुलरघट्टी गया था तो मृतक रमेश ने उसे शमशान घाट में भी गाली-गलौज कर बेइज्जत किया था। उस समय गाँव वालो ने बमुश्किल दोनों का बीच बचाव करवाया था।

उसी दिन दीपक ने रमेश की हत्या करने की ठान ली और योजना बनाते हुए अपने साथ काम करने वाले लेबर दिगम्बर उर्फ डिगुवा पुत्र हरिराम निवासी लछमपुर ठेरी को रमेश चन्द्र की रेकी करने व शराब पीने के लिए बासीटीला आने पर बताने की बात कही। 3 फरवरी की शाम को जब मृतक रमेश चन्द्र अपने घर से शराब पीने के लिए बासीटीला गया तो वहाँ दिगम्बर भी मौजूद था। उसने गाँव के एक व्यक्ति से फोन लेकर इस बात की सूचना तुरन्त ही दीपक को दे दी। दीपक ने बताया कि वह पीछा करते हुए रोखड़ तक आये व स्वयं रोखड़ में जाकर बैठ गया। जैसे ही शराब पीने के बाद मृतक रमेश रोखड़ में पहुचा तो दीपक व दिगम्बर ने धक्का देकर रमेश चन्द्र को जमीन पर गिरा दिया व दीपक ने डण्डे व दिगम्बर ने पत्थर से मार-मार कर रमेश का मुँह कुचल दिया। जब दोनो को यकीन हो गया कि रमेश चन्द्र मर चुका है तो घटना स्थल से थोड़ी दूरी पर नदी के रेत में आला ए कत्ल डण्डे व पत्थर को रेत में दबा दिया और फिर अपने अपने घर को चले गए। जिसके बाद दीपक ने सारी बात फोन कर मृतक की पत्नी हेमा देवी को बतायी।

इकबालिया बयानों के आधार पर दीपक व मृतक की पत्नी हेमा देवी को पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया तथा 4 फरवरी की रात्रि को दिगम्बर को कानिया तिराहे से मय उसकी साइकिल व मृतक के मोबाइल के साथ गिरफ्तार कर लिया। दीपक व दिगम्बर की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त आला ए कत्ल खून आलूदा डण्डा व पत्थर को ढेला नदी से बरामद किया गया तथा तीनों के विरुद्ध धारा 302, 201, 120 बी के तहत मुकदमा पंजीकृत कर कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया।

मामले का खुलासा करने वाली टीम को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा 5000 रुपये नकद ईनाम देने की घोषणा की गयी है।

पुलिस टीम में कोतवाल अरुण कुमार सैनी, एसएसआई अनीश अहमद, एसआई कश्मीर सिंह, तारा सिंह राणा, मनोज सिंह अधिकारी, भूपेन्द्र सिंह मेहता, एएसआई नन्दन सिंह नेगी, हे.का. सुभाष चौधरी , हेमन्त सिंह, कां. गगन भण्डारी, संजय सिंह, बिजेन्द्र सिंह, अनिल कुमार, अशोक कुमार, जगदीश गिरी, मेघा बिष्ट, प्राची व होम गार्ड निर्मला चौधरी शामिल थे।