जसपुर (महानाद) : एक व्यक्ति ने 2 युवकों पर उसके भाई के साथ अप्राकृतिक कृत्य कर अधमरा कर घर पर डाल कर भाग जाने का आरोप लगाया है। जिसके बाद युवक की मौत हो गई। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।
मौहल्ला नई बस्ती, निकट उर्दू मीडियम प्रथम, जसपुर निवासी रईस अहमद पुत्र शमशुद्दीन ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि दिनाँक 24-11-2023 की दोपहर के लगभग 3.30 बजे छोटे भाई अनीस उर्फ हनीस को आकिल पुत्र अब्दुल सलाम निवासी मौ. छीपियान, जसपुर व शहजाद पुत्र आशिक निवासी मौ. नई बस्ती, निकट मुन्नी डॉक्टर, जसपुर ने फोन कर अपने पास बुलाया। उसका भाई अपनी पत्नी को बताकर गया कि वह इन लोगों के पास जा रहा है।
रईस ने बताया कि जब शाम तक भी उसका भाई घर नहीं आया तो उसकी पत्नी ने फोन किया लेकिन उसका मोबाईल बन्द आया जिस पर घर परिवार में बेचैनी बढ़ गयी। जब शाम को उन्होंने आकिल और शहजाद को फोन कर अपने भाई के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि अनीस उर्फ हनीस हमारे पास नहीं आया है लेकिन थोड़ी ही देर में उन्होंने कहा कि वे अनीस को लेकर आ रहे हैं। लेकिन वे देर रात तक उसके भाई को घर पर लेकर नहीं आये। फिर काफी इंतजार के बाद रात्रि के 11.30 बजे दोनों लोग उसके भाई को गम्भीर रूप से घायल हालात में घर पर मुर्दा जैसी हालात में डालकर भाग गये।
रईसे ने बताया कि इसके बाद उन्होंने अपने भाई को 108 एंबुलेंस की मदद से सरकारी अस्पताल जसपुर में भर्ती कराया, जहां डाक्टरों ने मामूली सा घाव समझकर उपचार देकर घर भेज दिया। जबकि डाक्टरों को गम्भीर घाव समझ कर इलाज करना चाहिये था। रईस ने बताया कि उसके भाई की आंखों, माथे, सिर में व शरीर के विभिन्न अगों में गम्भीर गुम एवं खुली हुई चोटें थीं। गुदा से अत्याधिक रक्तस्राव हो रहा था जैसे गुदा में किसी धातु का उपयोग किया गया हो, या अप्राकृतिक कृत्य किया गया हो।
रईस ने बताया कि उसके भाई ने होश में आने पर अपनी पत्नी शबीना परवीन को बताया कि मेरी ऐसी गम्भीर हालात आकील व शहजाद ने की है। उसके भाई का रक्त अतिसार और अधिक बढ़ने के कारण शरीर की हालात अत्याधिक गम्भीर देखकर तुरन्त दिनांक 25-11-2023 को सरकारी अस्पलाल जसपुर में पुनः सुबह में भर्ती कराया जिसमें डाक्टरों ने उसके भाई को मृत घोषित कर दिया।
रईस ने आकिल व शहजाद के विरुद्ध दण्डात्मक कार्यवाही करने की मांग की है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर आकिल और शहजाद के खिलाफ धारा 304 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच एसआई अनिल कुमार जोशी के सुपुर्द की है।