रामनगर (महानाद): 6 दिन बीत जाने के बावजूद नितिन की संदिग्ध मौत का खुलासा न किए जाने से आक्रोशित परिजनों तथा ग्रामीणों ने रामनगर कोतवाली का घेराव कर प्रदर्शन किया तथा आरोपियों को गिरफ्तार कर उन पर धारा 302 के तहत हत्या का मुकदमा लगाए जाने की मांग की। इस दौरान पुलिस व ग्रामीणों में तीखी नोकझोंक भी हुई।
आपको बता दें कि सुभाष चन्द्र पुत्र गोविन्द राम निवासी ग्राम गांधीनगर, दफोट, रामनगर जिला नैनीताल ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि उनकेे पुत्र नितिन को अक्षय उर्फ लवली, सागर पुत्र किशोर, प्रदीप पुत्र आनन्द, राहुल पुत्र हरबन्स तथा आशीष पुत्र त्रिलोक राम निवासी ग्राम गोपालनगर, मालधन बार-बार दिक्षा पुत्री दिनेश निवासी गोपालनगर नं. 10 से दूर रहने तथा जान से मार देने की धमकी दे रहे थे। दिनांक 14 अक्टूबर 2022 की रात्रि 10 से 10.30 बजे के बीच कुछ लोगों ने उनके पुत्र नितिन को फोन करके बुलाया जिस पर नितिन घर से चला गया।
सुभाष चंद्र ने बताया कि उनका पुत्र नितिन रात भर घर नहीं आया। रात भर घर न आने पर वे उसे ढूंढ़ने के लिए निकले। इस दौरान गोपालनगर निवासी अशोक पुत्र जगदीश ने बताया कि सुबह 6.00 बजे उसने संजय पुत्र प्यारे लाल निवासी गोपालनगर को अपने खेत से बिजली का तार लपेटते हुए तथा गन्दे कीचड़ से सने कपड़ो में देखा था। संजय पुत्र प्यारे लाल रोज रात्रि अपने खेतो मे करंट लगाता था, जिससे किसी के भी जीवन को खतरा हो सकता है।
सुभाष ने कहा कि उन्हें पूरा शक है कि उनके पुत्र नितिन को दिक्षा पुत्री दिनेश तथा दिक्षा के मामा प्रदीप पुत्र आनन्द ने मिलकर मारा है। उन्होंने कहा कि अपने बचाव के लिए प्रदीप पुत्र आनन्द प्रसाद रा.इ.कालेज देवीपुरा मे जाकर मेरी पुत्री अनुष्का को धमकी देता है तथा प्रधानाध्यापक से शिकायत करता है कि किसी भी बच्चे को बाहर न भेजा जाए।
सुभाष चंद की तहरीर के आधार पर पुलिस ने अक्षय, सागर, प्रदीप, राहुल, आशीष, संजय, दिक्षा तथा प्रदीप के खिलाफ धारा 304, 506 के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया था। वहीं 6 दिन बीत जाने के बावजूद नितिन की मौत का खुलासा न होने से गुस्साए नितिन के परिजनों व क्षेत्र के ग्रामीणों ने कोतवाली का घेराव कर मामले के खुलासे की मांग की।
नितिन के पिता सुभाष चन्द्र ने बताया कि विगत 16 अक्टूबर को नितिन की हत्या के मामले को लेकर मेरे द्वारा रामनगर कोतवाली में एफआईआर दर्ज करवाई गई थी। इस मामले में पुलिस ने अभी तक मात्र एक ही व्यक्ति को गिरफ्तार किया है जबकि अन्य आरोपी अभी तक खुले घूम रहे हैं तथा उन पर समझौते का दबाव बना रहे हैं।
उन्होंने कहा कि 6 दिन बाद भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आई है। वहीं दूसरी तरफ पुलिस करंट से मृत्यु होने का बयान देकर गुमराह कर रही है।
पुलिस द्वारा इस मामले में दफा 304 व 506 दर्ज की गई है जबकि यह मामला गैर इरादतन हत्या का नहीं बल्कि धमकी देने के बाद हत्या किए जाने का है। नितिन की लाश जिस नाले में मिली है उसकी दूरी घटनास्थल से लगभग 500 मीटर की है। एक व्यक्ति 500 मीटर तक लाश को अकेले नहीं ले जा सकता है। इससे भी स्पष्ट है कि इस मामले में कई लोग शामिल हैं। मृतक नितिन के शरीर पर चोटों के गंभीर निशान भी थे।
उन्होंने आरोप लगाया कि मालधन चौकी पुलिस की अभी तक की कार्यशैली से ऐसा लगता है कि नितिन की हत्या की निष्पक्ष जांच को लेकर पुलिस गंभीर नहीं है।
ग्रामीणों ने पुलिस को 3 दिन का समय देते हुए कहा कि यदि 3 दिन के भीतर पोस्टमार्टम रिपोर्ट हासिल कर आरोपियों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई नहीं की गई तो मालधन क्षेत्र की जनता कोतवाली पर धरना-प्रदर्शन व आंदोलन करने के लिए विवश होगी।