आकाश गुप्ता
काशीपुर (महानाद) : बाबा दर्शन सिंह कुल्ली वाले की याद में 15वां नगर कीर्तन बड़े हर्ष और उल्लास के साथ निकाला गया। जिसमें दूरदराज से आए श्रद्धालुओं ने बड़ी संख्या में नगर कीर्तन में शामिल हुए।
बता दें कि बाबा दर्शन सिंह कुल्ली वाले की याद में प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी सिख समुदाय की तरफ से नगर कीर्तन का आयोजन किया गया। नगर कीर्तन का शुभारंभ अजीतपुर गुरुद्वारा से प्रात करीब 7ः00 बजे शुरू किया गया। नगर कीर्तन काशीपुर के मुख्य मार्ग होते हुए डिजाइन सेंटर पहुंचा जहां पर गुरुद्वारा सिंह सभा काशीपुर की तरफ से श्रद्धालुओं के लिए लंगर की व्यवस्था की गई।
इस दौरान गुरुद्वारा सिंह सभा काशीपुर के प्रधान जगजीत कोहली, रविंद्र सिंह सेठी, अरविंद सिंह आनंद, गुरविंदर सिंह चंडोक, सतविंदर सिंह, गुरविंदर सिंह सेठी, गुरविंदर सिंह कोहली, अमरीक सिंह सेठी, जितेंद्र सिंह छाबड़ा, अमरजीत सिंह कालरा, कुलजीत सिंह सेठी, त्रिलोचन सिंह सेठी, जसपाल सिंह चड्ढा आदि ने नगर कीर्तन के पहुंचने पर स्वागत किया तथा गुरु ग्रंथ साहब पर मत्था टेक कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
इस दौरान अजीतपुर गुरुद्वारा सिंह सभा के सेवादार बाबा गुरुदेव सिंह ने कीर्तन में शामिल हुए सिख संगत का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह बाबा दर्शन सिंह कुल्ली वाले का 15वां नगर कीर्तन बड़े हर्षाेल्लास के साथ निकाला गया है। नगर कीर्तन सुबह 7ः00 बजे से ग्राम अजीतपुर से शुरू हुआ है और काशीपुर के मुख्य मार्ग होते हुए सरवरखेड़ा, कुंडा, जसपुर से पतरामपुर में स्थित बाबा दर्शन सिंह कुल्ली वाले की कुटिया पहुंचकर नगर कीर्तन का समापन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह नगर कीर्तन में शामिल हुए सभी लोगों का दिल से आभार व्यक्त करते हैं। और देश की खुशहाली और उन्नति के लिए वह कामना करते है। इस दौरान नगर कीर्तन में शामिल श्रद्धालुओं ने वहां पर लंगर चखा। इसके पश्चात नगर कीर्तन आगे के लिए रवाना हो गया।
वहीं, सरवरखेड़ा स्थित भारतीय रेस्टोरेंट्स के सामने बगवाड़ा गुरुद्वारा सिंह सभा के द्वारा नगर कीर्तन के लिए लंगर की व्यवस्था की गई। वगवाड़ा गुरुद्वारा सिंह सभा से राम सिंह, लखविंदर सिंह, योगेंद्र सिंह सोनू, मेहर सिंह, दर्शन सिंह, मेजर सिंह गोल्डी, विक्की, सुखदेव सिंह, जगतार सिंह, मनजीत सिंह, साधू सिंह एडवोकेट, जगीर सिंह, नरेंद्र सिंह, हरि सिंह, जोगा सिंह,ने नगर कीर्तन के वहां पहुंचने पर गुरु ग्रंथ साहब पर मत्था टेक कर आशीर्वाद प्राप्त किया। इसके उपरांत नगर कीर्तन जसपुर के लिए रवाना हो गया। रास्ते में जगह-जगह सिख समुदाय द्वारा फलों का लंगर तो कहीं हलवा चने आदि का लंगर एवं पानी की व्यवस्था की गई। कुंडा चौराहा होते हुए जसपुर के ग्राम पतरामपुर में स्थित बाबा दर्शन सिंह कुल्ली वाले की कुटिया पहुंचकर नगर कीर्तन का शाम करीब 4ः00 बजे समापन किया गया।