बाजपुर (महानाद): अपने चाचा की नृशंस हत्या कर फरार हुए 50 हजार के ईनामी नौकर को पुलिस ने 15 साल बाद गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया और एसएसपी उधम सिंह नगर डॉ. मंजूनाथ टिसी के निर्देश पर बाजपुर पुलिस टीम ने आखिरकार साबित कर दिया कि कानून के हाथ से कोई अपराधी नहीं बच सकता है।
मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी उधम सिंह नगर ने बताया कि दिनांक 04-12-2008 को थापा नगला, वीरपुर, बाजपुर जिला ऊधम सिंह नगर निवासी सामंती सिंह पुत्र जयराम ने पुलिस को तहरीर देकर बताया था कि दिनाँक 3-12-2008 की रात्रि में उसके भतीजे राजवीर पुत्र रामप्रसाद की उसकी ही चक्की में काम करने वाले नौकर बिहार निवासी राज उर्फ राजू ने चारपाई में बांधकर पेंचकस से शरीर में कई वार कर हत्या कर दी है।
सामंती सिंह की तहरीर के आधार पर धारा 302 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर नौकर राजू की तलााश की गई। लेकिन वह पकड़ में नहीं आया जिस पर राजू को वांछित घोषित कर उस पर 10 हजार रुपये का ईनाम घोषित किया गया। चूँकि इस हत्याकाण्ड के कारण क्षेत्र में काफी भय का माहौल बन चुका था। इस हत्याकाण्ड में दो विवेचकों द्वारा विवेचना की गयी थी व पुलिस द्वारा लगातार राजू के बारे में जानकारी करते हुये उक्त अभियुक्त पर डीआईजी द्वारा वर्ष 2022 में 50,000/- रुपये का ईनाम घोषित किया गया।
उक्त राजू की तलाश हेतु थाना बाजपुर की पुलिस टीम द्वारा पश्चिम बंगाल के दीनापुर में जाकर उसका सही नाम पता तस्दीक कर बाजपुर थाने से एक पुलिस टीम दिनांक 21-01-2023 को केरल भेजा गया। जहां से अभियुक्त पुनः फरार हो गया। अभियुक्त के नम्बरों को लगातार सर्विलांस से चैक करते हुये उसकी तलाश हेतु दिनांक 10-10-2023 को एसओजी प्रभारी भुवन चंद जोशी के नेतृत्व में पुलिस टीम को केरल भेजा गया। उक्त टीम द्वारा अभियुक्त की केरल में जाकर तलाश की गई तो अभियुक्त वहां से पश्चिम बंगाल पहुंच गया, जहां पुलिस टीम द्वारा उसको ट्रेक करते हुए दिनांक 15-10-2023 गिरफ्तार कर पूछताछ की गयी तो राजू ने अपना नाम राजू उर्फ राज उर्फ सोलमन उर्फ जहीरुद्दीन पुत्र लुकमान निवासी गौलापार, थाना रायगंज, जिला उत्तर दिनानपुर, पश्चिम बंगाल बताया। जिसे स्थानीय न्यायालय में पेश कर ट्रॉजिट रिमांड लिया गया व थाना बाजपुर में लाकर दाखिल किया गया।