सलीम अहमद
रामनगर (महानाद) : मां गिरिजा मंदिर समिति, रामनगर का एक प्रतिनिधिमंडल डा।. देवीदत्त दत्त दानी के नेतृत्व उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिला। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को बताया कि मां गिरिजा के मुख्य मंदिर टीले पर दरारें पड़ने से मंदिर खतरे की जद में आ गया है, यदि समय रहते इसका ट्रीटमेंट नहीं किया गया तो आस्था को गहरी चोट पहुंचेगी।
प्रतिनिधिमंडल के मुताबिक सिंचाई विभाग ने इसके सुरक्षा की लागत के लिए 923.49 लाख रुपये का इस्टीमेट प्रस्तुत किया है। उन्होंने मांग की कि इसे एक साथ सैंद्धान्तिक वित्तीय स्वीकृति प्रदान कर इस खतरे से निजात दिलाए।
प्रतिनिधि मंडल ने मां गिरिजा मंदिर को मानस खंड मंदिर माला मिशन से जोड़ कर तीर्थस्थल का सौंदर्यीकरण करने, गिरिजा मंदिर समिति की वन भूमि लीज नवीनीकरण, मंदिर में पार्किंग स्थान प्रदान करने तथा बढ़ती श्रद्धालुओं की सख्या को दृष्टिगत रखते हुवे 2 हेक्टेयर भूमि मंदिर समिति को प्रदान करने की मांग रखी।
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया सभी मांगो पर नियमानुसार कार्यवाही कर जनभावनाओं को आहत नहीं होने दिया जाएगा और मंदिर की पूर्ण रूप से बाढ़ से सुरक्षा की जायेगी। गिरिजा मंदिर उत्तराखंड सहित पूरे भारत वर्ष की जनता का आस्था का मंदिर है। मुख्यमंत्री ने नोडल अधिकारी पराग मधुकर धकाते को आवश्यक निर्देश जारी किए।
प्रतिनिधि मंडल में समिति के महासचिव डॉ. देवीदत्त दानी, कोषाध्यष डॉ. निशांत पपने, संजय डोर्बी, दीपक पांडे, नरेन्द्र शर्मा आदि शामिल थे।