फरवरी माह का राशिफल : पं. गोविन्द राम की कलम से

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विकास अग्रवाल
काशीपुर (महानाद) :
फरवरी माह का राशिफल

मेष (चू, चे, चौ, ला, ली, लू, ले, लो, अ): व्यवसाय में लाभ उन्नति के अवसर प्राप्त होंगे। बढ़ते पुरुषार्थ से आत्म बल विकसित होगा। परन्तु आवास सम्बन्धी उलझनें, माता को स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानी रहेगी। यात्रा पर खर्च होगा।
उपाय – नित्य गणेश अथर्व शीर्ष का पाठ करें, शुभ रहेगा।

वृष (ई, उ, ए, ओ, वा, वि, वु, वे, बो): राहु लग्नस्थ तथा शुक्र अष्टमस्थ होने से व्यर्थ की भागदौड़ अकारण क्रोध एवं उत्तेजना रहेगी। वृथा यात्रा, शत्रु भय, मानसिक तनाव, अवांछित स्थान परिवर्तन से परिवार में कलह क्लेश रहेगा।
उपाय – माह के महीने किसी भी तिथि को शनिवार के दिन काला कंबल दान करे, शुभ रहेगा।

मिथुन (क, की, कु, घ, ड, छ, के, को, ह): बुध अष्टमस्थ, सूर्य-शनि आदि के साथ होने से कार्य व्यवसाय, नौकरी में अड़चनें रहेंगी। अत्यन्त कठिनाइयों के बाद ही निर्वाह योग्य आय के साधन बनेंगे। स्वास्थ्य कष्ट अथवा व्यर्थ की चिन्ता रहेगी।
उपाय – नित्य 21 दिनों तक नील कण्ठ स्त्रोत का पाठ करें, शुभ रहेगा।

कर्क (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो): सूर्य मंल बुध शनि आदि ग्रहों की दृष्टियां रहने से खर्चो की अधिकता से मानसिक तनाव एवं क्रोध अधिक रहेगा। घरेलु कलह, निकट बन्धुओं से विरोध एवं शत्रु भय बना रहेगा। वृथा यात्रा की परेशानी भी उठानी पड़ेगी।
उपाय – माह के महीने नवग्रह का पूजन करवायें, शुभ रहेगा।

सिंह (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे): कार्य व्यवसाय में अड़चनों के बावजूद दैनिक कार्यो में सफलता मिलेगी, व्यर्थ की दौड़ धूप खर्च की अधिकता और निकट बन्धु से मनमुटाव होगा। उत्तरार्द्ध में सूर्य की स्वगृही एवं गुरू की मित्र दृष्टि के प्रभाव से आय के साधनों मे वृद्धि और सन्तान से खुशी मिलेगी। सुख साधनों पर खर्च होगा।
उपाय – आदित्य हृदय स्त्रोत का नित्य 21 दिनों तक पाठ करें, शुभ रहेगा।

कन्या (टो, प (प्र), पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो): ता. 4 से पंचमस्थ बुध, सूर्य शनियुक्त मार्गी होने से स्वास्थ्य से सुधार एवं पारिवारिक सहयोग मिलेगा। सन्तान के कैरियर सम्बन्धी विभिन्न परेशानियों का सामना रहेगा। अकस्मात धन का व्यय होगा। गत किए गए प्रयासों में किचिंत सफलता प्राप्त होगी।
उपाय – 5 बुधवार को किसी मन्दिर में हरी सब्जियों का दान करें, शुभ रहेगा।

तुला (री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते): शनि की ढैय्या तथा गुरू की विशेष नवम दृष्टि इस राशि पर होने से निकट बन्धुओं से विरोध, घरेलू एवं व्यवसायिक उलझनों का सामना रहेगा। स्वास्थ्य परेशानी, वाहनादि, भौतिक सुखों पर खर्च अधिक रहेगा। शुक्र भी तृतीयस्थ होने से वृथा भागदौड़, भाई बन्धुओं से तनाव एवं धोखे की सम्भावना रहेगी।
उपाय – श्री सूक्त का 21 दिनों तक पाठ करें, शुभ रहेगा।

वृश्चिक (तो, ना, नी, नू, ने, पा, पी, यू): केतु लग्नस्थ के कारण दाम्पत्य एवं परिवारिक जीवन में विशेष उथल-पुथल रहेगी। जिस कारण मानसिक परेशानियां अधिक रहेगी। व्यवसायिक क्षेत्र में भी विशेष उतार चढ़ाव रहेगा। व्यर्थ की यात्रा अथवा स्थान परिवर्तन रहेगा।
उपाय – काली वस्तुओं का दान करें और लैसुन्य रत्न धारण करें, शुभ रहेगा।

धनु (ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, डा): व्यर्थ की भागदौड़ लगी रहेगी। शत्रु भय, मानसिक तनाव, स्थान परिवर्तन से परिवार में कलह क्लेश रहेगा। मासान्त में भूमि व वाहनादि का सुख प्राप्त होगा। घर में शुभ कार्य पर धन खर्च होगा। स्वास्थ्य कष्ट का भय रहेगा। सावधानी बरतें।
उपाय – माह में पूर्णिमा के दिन ब्राह्मण को पूर्ण वस्त्र दान करें, शुभ रहेगा।

मकर (भे, ज, जी, जू, जे, जो, ख, खी, खू, खे, खो, ग, गी): सूर्य-बुध-शनि आदि ग्रहो का संचार इस राशि पर रहने से व्यवसाय में परेशानी, तनाव, धन सम्बन्धी समस्याएं एवं परिवार में मतभेद रहेंगे। अनावश्यक कार्यो पर खर्च, विघ्न बाधाओं के बावजूद गुजारे योग्य आय के साधन बनते रहेंगे।
उपाय – 4 शनिवार को हनुमान जी का चोला चढ़ाएं, शुभ रहेगा।

कुंभ (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा): मासारम्भ में सूर्य का संचार होने से क्रोध एवं खर्चा अधिक रहेगा। स्वास्थ्य भी कुछ नर्म रहेगा। कार्य व्यवसाय में नवीन कार्य प्रणाली अपनाने की योजना बनेगी। पिता-पुत्र जैसे निकट सम्बन्धों में मतभेद एवं सहयोग की कमी रहेगी।
उपाय – सूर्य को अर्घ्य दें और आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें, शुभ रहेगा।

मीन (दी, दू, थ, झ, दे, दो, चा, ची): मंगल तथा शनि की दृष्टियां रहने से कार्य व्यवसाय में दौड़ धूप अधिक रहेगी धन का लाभ कम रहेगा। परन्तु खर्च अधिक रहेगा और धार्मिक कार्यो पर भी खर्च होगा। यात्रा से बचें।
उपाय – संकट मोचन बजरंग बाण के नित्य 21 दिनों तक 21$21 पाठ करें, शुभ रहेगा।

।। श्री ठाकुर देवाय नमः ।।

पं. गोविन्द राम
ज्योतिषाचार्य

श्री बांके बिहारी मन्दिर

यहाँ पर पूजा-पाठ, सुन्दर काण्ड, अखण्ड रामायण, रुद्राभिषेक, हस्त रेखा
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श्री बांके बिहारी मन्दिर, मौहल्ला रहमखानी, पुरानी सब्जी मण्डी, काशीपुर (उ.सिं.नगर)

मो.:  8171689447

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