बरेली (महानाद) : सदर तहसील में रिश्वतखोरी का मामला उच्च अधिकारियों तक पहुंचने के बाद तहसीलदार और उसके अर्दली के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, मारपीट समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। वहीं, डीएम ने अर्दली को सस्पेंड कर तहसीलदार को कलेक्ट्रेट से अटैच कर दिया है।
बता दें कि कुछ दिन पहले सदर तहसील में जमकर हंगामा और मारपीट हुई थी। मामले में तहसीलदार के पेशकार ने प्रदीप यादव नाम के व्यक्ति के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी वहीं, प्रदीप यादव ने भी रिश्वत लेने का आरोप लगाया था। तहसीलदार के अर्दली का रुपये लेते वीडियो भी वायरल हुआ था।
पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए प्रदीप यादव को जेल भेज कर रिश्वत मामले की जांच शुरू कर दी थी। इस बीच यह मामला शासन की जानकारी में आया तो अधिकारियों ने कार्रवाई शुरू की और तहसीलदार शेरबहादुर सिंह को तहसील से हटा कर कलेक्ट्रेट से अटैच कर दिया और अर्दली अबरार अली को सस्पेंड कर दिया था। अब पुलिस की जांच के बाद दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, मारपीट, जान से मारने की धमकी समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
मामले की जानकारी देते हुए एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि एक रिटायर्ड शाखा प्रबंधक ने एक तहरीर देकर बताया था कि उनके द्वारा किसी काम के एवज में तहसीलदार और उनके अर्दली को कुछ पैसे दिए थे, जब वह काम नहीं हो पाया तो वे पैसा वापिस मांगने गए जिस पर उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया और मारपीट की गई। दूसरे पक्ष की ओर से उनके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज करवाया गया था। अब मामले की जांच के बाद तहसीलदार और उसके अर्दली के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, मारपीट समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।