जयपुर (महानाद) : राजस्थान में भाजपा को मिली प्रचंड जीत के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए कवायद शुरु हो गई है। जहां पार्टी के दो नेता गजेंद्र सिंह शोखावत तथा योगी बालकनाथ दिल्ली रवाना हो गये हैं वहीं राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री रहीं वसुंधरा राजे ने भी आलाकमान को अपनी ताकत दिखानी शुरु कर दी है। वसुंधरा समर्थक 20 से ज्यादा विधायकों ने उनके निवास पर अपना डेरा डाल दिया है।
वहीं, आपको बता दें कि 2018 में हुई हार का कारण वसुंधरा राजे को ही माना जाता है। उस समय के चुनाव में एक नारा बड़ा फेमस हुआ था ‘मोदी तुझसे बैर नहीं, वसुंधरा तेरी खैर नहीं’। मिली जानकारी के अनुसार पिछले 5 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वसंुधरा राजेको कभी भी मिलने का समय नहीं दिया है।