इटली से वापिस लाये 1000 साल पुरानी अवलोकितेश्वर पद्मपाणि की प्रतिमा : मोदी

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नई दिल्ली (महानाद) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 27 फरवरी को अपने मन की बात कार्यक्रम के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम इटली से भारत की बहुमूल्य धरोहर लाए हैं।

मोदी ने कहा कि आज ‘मन की बात’ की शुरुआत हम भारत की सफलता के जिक्र के साथ करेंगे। इस महीने की शुरुआत में भारत, इटली से अपनी एक बहुमूल्य धरोहर को वापस लाने में सफल हुआ है। ये धरोहर है, अवलोकितेश्वर पद्मपाणि की हजार साल से भी ज्यादा पुरानी प्रतिमा। ये मूर्ति कुछ वर्ष पहले बिहार में गया जी के देवी स्थान कुंडलपुर मंदिर से चोरी हो गई थी। लेकिन अनेक प्रयासों के बाद अब भारत को ये प्रतिमा वापस मिल गई है।

मोदी ने कहा कि ऐसे ही कुछ वर्ष पहले तमिलनाडु के वेल्लूर से भगवान आंजनेय्यर, हनुमान जी की प्रतिमा चोरी हो गई थी। हनुमान जी की ये मूर्ति भी 600-700 साल पुरानी थी। इस महीने की शुरुआत में, ऑस्ट्रेलिया में हमें ये मिली। हजारों वर्षों के हमारे इतिहास में, देश के कोने-कोने में एक-से-बढ़कर एक मूर्तियां हमेशा बनती रहीं, इसमें श्रद्धा भी थी, सामर्थ्य भी था, कौशल भी था और विविधताओं से भरा हुआ था और हमारे हर मूर्तियों के इतिहास में तत्कालीन समय का प्रभाव भी नजर आता है।

उन्होंने कहा कि साल 2013 तक करीब-करीब 13 प्रतिमाएं भारत आई थीं। लेकिन, पिछले सात साल में 200 से ज्यादा बहुमूल्य प्रतिमाओं को, भारत, सफलता के साथ वापस ला चुका है। अमेरिका, ब्रिटेन, हॉलैंड, फ्रांस, कनाडा, जर्मनी, सिंगापुर, ऐसे कितने ही देशों ने भारत की इस भावना को समझा है और मूर्तियां वापस लाने में हमारी मदद की है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय संगीत का जादू ही कुछ ऐसा है, जो सबको मोह लेता है। मुझे याद है, कुछ वर्ष पहले दुनिया के डेढ़ सौ से ज्यादा देशों के गायकों-संगीतकारों ने अपने-अपने देश में, अपनी-अपनी वेशभूषा में पूज्य बापू का प्रिय, महात्मा गांधी का प्रिय भजन, वैष्णव जन गाने का सफल प्रयोग किया था।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारतीय संस्कृति और अपनी धरोहर की बात करते हुए मैं आज आपको मन की बात में दो लोगों से मिलवाना चाहता हूं। इन दिनों फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर तंजानिया के दो भाई-बहन किलि पॉल और उनकी बहन नीमा, ये बहुत चर्चा में हैं और मुझे पक्का भरोसा है आपने भी उनके बारे में जरूर सुना होगा। उनके अंदर भारतीय संगीत को लेकर एक जुनून है। एक दीवानगी है और इसी वजह से वे काफी लोकप्रिय भी हैं। लिप सिंक के उनके तरीके से पता चलता है कि इसके लिए वे कितनी ज्यादा मेहनत करते हैं। मोदी ने कहा कि जब विदेशी हमारे संगीत को लेकर इतने दीवाने हैं तो हम ऐसा क्यों नहीं कर सकते। उन्होंने युवाओं से भारतीय संगीत पर आधारित वीडियो बनाने की अपील की।

मोदी ने कहा कि कुछ दिन पहले ही हमने मातृभाषा दिवस मनाया। जो विद्वान लोग हैं, वो मातृभाषा शब्द कहां से आया इसकी उत्पत्ति कैसे हुई, इसे लेकर बहुत एकेडमिक इनपुट दे सकते हैं। जैसे हमारे जीवन को हमारी मां गढ़ती है, वैसे ही मातृभाषा भी हमारे जीवन को गढ़ती है। भारत में विश्व की सबसे पुरानी भाषा तमिल है। साल 2019 में, हिन्दी, दुनिया की सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषाओं में तीसरे क्रमांक पर थी। आज के दिन, यानी, 27 फरवरी को मराठी भाषा गौरव दिवस भी है। ‘सर्व मराठी बंधु भगिनिना मराठी भाषा दिनाच्या हार्दिक शुभेच्छा।’

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