काशीपुर : अस्पतालों पर एसडीएम की ताबड़तोड़ कार्रवाई, कईयों पर जुर्माना, कईयों को नोटिस

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आकाश गुप्ता
काशीपुर (महानाद) : उत्तराखंड पर्यावरण एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड काशीपुर, प्रशासन और नगर निगम की संयुक्त टीम ने अस्पतालों का मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट को लेकर औचक निरीक्षण किया। जिसमें मौके पर तकरीबन सात अस्पतालों में कमियां मिलीं।

बता दें कि पीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारी नरेश गोस्वामी को नगर निगम की तरफ से सामान्य कूड़े में मेडिकल वेस्ट डाले जाने की शिकायत मिल रही थी। जिस पर संयुक्त टीम ने मंगलवार की दोपहर तकरीबन आधा दर्जन से अधिक अस्पतालों का निरीक्षण किया तो इनकी असलियत सामने आ गई। इनमें से सात अस्पतालों को नोटिस जारी करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई। वहीं नगर नगर निगम ने कार्रवाई करते हुए तीन अस्पतालों पर पांच हजार रुपये का जुर्माना लगाया है।

काशीपुर में मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट को लेकर कार्रवाई के तहत मंगलवार को संयुक्त टीम में एसडीएम अभय प्रताप सिंह, पीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारी नरेश गोस्वामी व उप नगर आयुक्त आलोक उनियाल शामिल रहे।

एसडीएम अभय प्रताप सिंह ने बताया कि काशीपुर में मेडिकल वेस्ट उठाने के लिए गदरपुर स्थित एक एजेंसी को जिम्मेदारी दी गई है। लेकिन यह देखने में आ रहा है कि कुछ अस्पताल बायो मेडिकल वेस्ट एजेंसी को न देकर नगर निगम के कूडेदानों और गाड़ियों में डाल रहे हैं। एजेंसी के जरिये यह सुनिश्चित कराया जा रहा है कि इनका कितना कूड़ा मेडिकल वेस्ट के लिए जा रहा है। लगातार शिकायत मिल रही है कि कई अस्पतालों में बायो मेडिकल वेस्ट तय नियमों के मुताबिक निस्तारित नहीं किया जा रहा है। इसके लिए एक संयुक्त टीम ने निरीक्षण किया और जिनमें कमियां सामने आईं है उनके खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित कराई जा रही है।

उप नगर आयुक्त आलोक उनियाल ने बताया कि काशीपुर में नगर निगम की तरफ से उठाए जाने वाले कूड़े में लगातार देखने को मिल रहा था कि कुछ अस्पतालों की तरफ से मेडिकल वेस्ट नियमों का पालन किए बिना सामान्य कूड़े में डाले जा रहे थे। इसे देखते हुए तीन अस्पतालों पर पांच-पांच हजार का जुर्माना लगाया गया है। इस दौरान लगभग सभी अस्पतालों में मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट के नाम पर कोरमपूर्ति होते मिली।

पीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारी नरेश गोस्वामी ने बताया कि हिदायत के बाद भी इन अस्पतालों में मेडिकल वेस्ट के निस्तारण को लेकर सजगता नहीं दिखी। इन अस्पतालों में मिली कमियों के आधार पर अस्पतालों को नोटिस जारी किया जाएगा और जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी।