आकाश गुप्ता
काशीपुर (महानाद) : गाजियाबाद निवासी एक युवक ने अपनी बहन को 10 लाख का चूना लगाने के लिए अपने साथ लूट की झूठी साजिश रच डाली। लेकिन पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए एक घंटे से भी कम समय में साजिश का खुलासा करते हुए युवक को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया।
बता दें कि शनिवार की शाम को टांडा चौकी में तैनात एसआई जितेन्द्र कुमार पुलिस टीम के साथ टांडा तिराहे पर वाहनों की चैकिंग कर रहे थे। इसी दौरान केबी 124, कविनगर, गाजियाबाद निवासी अशोक वासुदेवा पुत्र कृष्णा चन्द्र वासुदेवा ने उन्हें सूचना दी कि दो बाइक सवार बदमाशों ने पर मुरादाबाद रोड स्थित केपीसी स्कूल के पास सांय लगभग 7.45 बजे तमंचे के बल पर उसकी ईको स्पोर्ट कार संख्या यूपी 14 सीजे 2122 तथा उसमें रखे दस लाख रुपये लूट लिये।
सरेआम कार व उसमें रखे लाखों रुपये की लूट की सूचना मिलने पर पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। एसआई जितेन्द्र कुमार ने इसकी सूचना अपने उच्चधिकारियों दी जिस पर एसएसआई देवेन्द्र गौरव पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और मामले की जानकारी ली। वहीं एसपी प्रमोद कुमार ने लूट के खुलासे के लिए पुलिस टीम का गठन किया।
जब पुलिस ने घटना के आस पास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की तो उसमें कहीं भी लूट होती नहीं दिखी। वहीं पुलिस की एक टीम ने लूटी गई कार को मुरादाबाद रोड पर सड़क किनारे से बरामद कर लिया। जब पुलिस को मामला संदिग्ध प्रतीत हुआ तो उन्होंने अशोक वासुदेवा से सख्ती से पूछताछ की तो उसने कबूल कर लिया कि लूटी घटना झूठी है।
मामले का खुलासा करते हुए आज एसपी प्रमोद कुमार ने बताया कि लूट की झूठी साजिश रचने वाले अशोक वासुदेवाकी बहन काशीपुर में रहती है। उसकी बहन का एक मकान दिल्ली में था, जिसे उसके द्वारा कुछ समय पूर्व बेचा गया था। जिसके दस लाख रूपये उसके पास रखे हुए थे। लॉकडाउन लगने के कारण उससे वे पैसे खर्च हो गये। इस दौरान उसकी बहन ने उससे अपने पैसें मांगे तो वह परेशान हो गया। जिसके बाद वह योजना के तहत वह अपनी कार से ठाकुरद्वारा के पास आया तथा अपनी कार को वहां खड़ा कर वहां से ई-रिक्शा द्वारा काशीपुर आने के बाद पुलिस को अपने साथ लूट होने की झूठी सूचना दी। ताके वह अपनी बहन से कह सके कि उसके पैसे लुट गये है।
लूट की झूठी घटना को अंजाम देने के कारण पुलिस ने आरोपी अशोक वासुदेवा का पुलिस अधिनियम में 10 हजार का चालान किया। उसकी कार के कागजात न होने पर कार को भी एमवी एक्ट में सीज कर दिया। तथा आरोपी अशोक का संबंधित धाराओं में चालान कर न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया।
पुलिस टीम में एसएसआई देवेन्द्र गौरव, कुंडा थानाध्यक्ष अरविन्द चौधरी, आईटीआई थानाध्यक्ष विद्या दत्त जोशी, कटोराताल चौकी के एसआई ओमप्रकाश, टांडा चौकी के एसआई जितेन्द कुमार, जावेद मालिक, बांसफोड़ान चौकी एसआई दीपक जोशी, मण्डी चौकी के एसआई विजेन्द्र सिंह, जगत सिंह, मनोहर सिंह, दीवान बोरा, महेन्द्र डंगवाल, सुनील तोमर, कृष्ण चन्द्र, दीपक कठैत, विनय देवानंद, भूपेन्द्र जीना व एसओजी के गिरीश काण्डपाल व जरनैल सिंह शामिल थे।