खुलासा : दूसरे के ग्राहकों को काटने के कारण हुई थी अजीतपुर के गंगाराम की हत्या

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रुद्रपुर (महानाद) : पुलिस ने 21 फरवरी 2021 को हुई अजीतपुर के गंगाराम की हत्या का खुलासा करते हुए एक हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया।

बता दें कि 22 फरवरी 2021 को भाना पुलभट्टा को सुबह लगभग 7ः05 बजे सूचना मिली कि ग्राम अजीतपुर निवासी गंगाराम की 21 फरवरी की रात्रि में उसके गैराज में सोते समय गोली मारकर हत्या कर दी गयी है। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष पुलभट्टा व उच्च अधिकारी मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का मुआयना किया गया तथा घटना के अनावरण हेतु टीमे गठित कर उचित मार्गदर्शन व दिशा-निर्देश दिये गये।

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22 फरवरी को मतक गंगाराम के पुत्र नन्दकिशोर पुत्र श्री गंगाराम निवासी ग्राम अजीतपुर, थाना पुलभट्टा, जिला ऊधम सिंह नगर ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि 21 फरवरी की रात्रि में उसके पिता गंगाराम की गर्दन में राजकुमार, रमेश, शिवकुमार, घनश्याम पुत्रगण मेवाराम (फौजी) तथा मेवाराम पुत्र स्व. चोखेलाल द्वारा एकजुट होकर गोली मार दी है। जिस पर पुलिस ने तहरीर के आधार पर एफआईआर सं. 29/2021 धारा 302 आईपीसी बनाम राजकुमार आदि पंजीकृत किया गया।

घटना के खुलासे के लिए एसएसपी दलीप सिंह कुंवर के निर्देशन में थाना स्तर पर ही गठित टीम द्वारा घटना की गम्भीरता को देखते हुये घटना में संलिप्त अभियुक्त राजकुमार उर्फ राजू पुत्र मेवाराम की तलाश हेतु टीमें लगाई गई। इस दौरान यह बात सामने आयी कि अभियुक्त राजकुमार उर्फ राजू पूर्व मे भी मारपीट के मामले में भागकर आस-पास के गाँवो मे छुप गया था। इसी बात को आधार मानते हुये पुलिस द्वारा छोटी-छोटी टीमें बनाकर गाँव-गाँव जाकर राजकुमार उर्फ राजू की फोटो लोगो को दिखाई तथा मुखबिरों को उसकी खोज में लगाया गया। और आखिरकार घटना के 5 दिन के अन्दर ही अभियुक्त राजकुमार उर्फ राजू की फोटो के माध्यम से प्रचार – प्रसार के क्रम में मुखबिर द्वारा दी गयी सूचना पर घटना को कारित करने वाले अभियुक्त राजकुमार उर्फ राजू पुत्र मेवाराम निवासी ग्राम अजीतपुर, थाना पुलभट्टा, जिला ऊधम सिंह नगर (उम्र 33 वर्ष( को 26 फरवरी 2021 को ग्राम सकरस, थाना बहेड़ी, जिला बरेली (उत्तर प्रदेश) से गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त एक अदद तमंचा 12 बोर मय एक अदद खोका कारतूस बरामद किया गया है।

पूछताछ करने पर राजकुमार ने बताया गया कि मेरे पास टैक्ट्रर – ट्राॅली है, जिससे मैं आॅर्डर मिलने पर क्रेशरो से रेता – बजरी व मिट्टी ढुलान का कार्य करता हूँ। मृतक गंगाराम भी यही काम किया करता था और अक्सर मेरे ग्राहकों को काटने के काम किया करता था तथा मेरे विरुद्ध अर्नगल बातें कर मेरी बुराई किया करता था, जो बात मेरे दिल मे बैठ गयी, जिस कारण मैने अपने मन में ठान लिया था कि जब भी मौका मिलेगा तो मैं इसे रास्ते से हटा दूंगा। 21 फरवरी को मेरे द्वारा पूर्व योजना के तहत मेरे घर के सदस्यों के घर से बाहर मेरी बहन मीना कुमारी के ससुराल दिल्ली मे होने पर मेरे द्वारा अकेले ही उक्त घटना को रात्रि में अंजाम दिया गया तथा वहाँ से भागकर मै जंगल के रास्ते गन्ने के खेतो में दो दिन तक रहा। उसके पश्चात मैं बरेली भी गया और वापस बहेड़ी के ग्राम सकरस में सरकारी ट्यूबवैल के पास आकर गन्ने के खेतो में छिपकर रह रहा था कि पुलिस ने पकड़ लिया। पुलिस जांच में पता चला कि अभियुक्त राजकुमार उर्फ राजू उक्त के परिवार का पूर्व मे भी मृतक गंगाराम के परिवार से पुस्तैनी विवाद व कारोबारी/राजनैतिक प्रतिद्वन्दिता रही है।

मामले का खुलासा करने वाली टीम में थानाध्यक्ष पुलभट्टा विनोद जोशी, एसआई दिनेश चन्द्र भट्ट, बसन्त बल्लभ पन्त, हेड कां. प्रकाश भगत, कां. नीरज बिष्ट, नरेश चैहान, विनोद मेहता, ललित चैधरी तथा रंजन बृजवासी शामिल थे।

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