जुलाई माह का राशिफल: पं. गोविन्दराम की कलम से

0
590

विकास अग्रवाल
काशीपुर (महानाद) :

मेष (चू, चे, चै, ला, ली, लू, ले, लो, अ): ता. 19 तक मंगल शनि के मध्य समसप्तक योग होने से अत्यन्त संघर्षपूर्ण हालात का सामना रहेगा। आय कम व खर्च अधिक होंगे। स्वास्थ्य भी कुछ नर्म रहेगा। अपने भी परायों जैसा बर्ताव करेंगे। मासान्त तक कुछ परेशानियां सुधरेंगी।
उपाय – मंगल और शनि को संकट मोचन का पाठ करें, प्रसाद चढ़ायें, शुभ रहेगा।

Advertisement

वृष (ई, उ, ए, ओ, वा, वि, वु, वे, बो): ता. 16 तक शुक्र तृतीयस्थ संचार करने से परिस्थतियों में विशेष परिवर्तन होंगे। आय कम और खर्च अधिक रहेगा। भाई-बंधुओं से मतभेद, स्वभाव में तेजी एवं उत्तेजना से बनते कामों में विघ्न उत्पन्न होंगे। ता. 17 से शुक्र चतुर्थस्थ होने से गत किए गए प्रयासों का प्रतिफल कुछ दिनों के बाद प्राप्त होगा।
उपाय – सफेद वस्तुओ का दान करें और हीरा रत्न धारण करें, शुभ रहेगा।

मिथुन (क, की, कु, घ, ड, छ, के, को, ह): मासारम्भ में व्यर्थ की भागदौड़ और फिजूल खर्च अधिक होगा। ता. 7 से बुध पुनः स्वाराशिगत आने से कुछ सोची योजनाओं में प्रगति। रुके हुए कार्यो में सिद्धि मिलेगी। शनि की ढैया रहने से क्रोध के कारण बनते कार्यो में अडचनें रहेंगी।
उपाय – 21 दिनो तक नित्य शनि कवच का पाठ करें, शुभ रहेगा।

कर्क (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो): आय की स्थिति में कुछ सुधार होगा। विलासादि कार्याें में धन खर्च होगा। घर परिवार की तरफ से चिन्ता उत्पन्न होगी। मंगल के कारण स्वास्थ्य परेशानी और खर्चाे मे वृद्धि होगी। अपने भी परायों जैसा व्यवहार करेंगें।
उपाय –नित्य 21 दिनांे तक सुन्दर काण्ड का पाठ करें, शुभ रहेगा।

सिंह (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे): लाभस्थ सूर्य तथा गुरू की दृष्टि होने से धर्म-कर्म की ओर रुचि होगी एवं किसी शुभ कार्य पर खर्च होगें। ता. 16 से सूर्य द्वादश भाव में होनेे से खर्च अधिक होगा। काम में अधिक व्यस्त भी रहेंगें। व्यर्थ की यात्रा भी होगी।
उपाय – सूर्य की अघ्र्य दें और आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें, शुभ रहेगा।

कन्या (टो, प (प्र), पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो): ता. 7 से 25 तक बुध दशमस्थ स्वराशिगत होने से किसी नए कार्य की योजना बनेगी। आय के साधनों का विस्तार होगा। विदेश यात्रा की योजना बनेगी। परन्तु राहु भाग्यस्थ होने के कारण संघर्ष बना रहेगा। व्यर्थ की भागदौड़ और पारिवारिक सम्पत्ति के लिए मतभेद उभरेंगे। कोर्ट कचहरी से बचें।
उपाय – गौमेद रत्न धारण करें और नित्य 21 दिनों तक गणेश अथर्व शीर्ष का पाठ करें, शुभ रहेगा।

तुला (री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते): पूर्वार्द्ध में विघ्न बाधाओं के बावजूद गुजारे योग्य आय के साधन बनेंगें। परन्तु अत्यधिक खर्च से परेशानी होगी। ता. 17 से गुरु -शुक्र के मध्य समसप्तक सम्बन्ध रहने से निकट सहयोगी से कपटपूर्ण धोखा मिलेगा। मानसिक तनाव व आर्थिक परेशानी रहेगी।
उपाय – नित्य श्रीसूक्त का पाठ करें, शुभ रहेगा ।

वृश्चिक (तो, ना, नी, नू, ने, पा, पी, यू): ता. 19 तक खर्च अधिक तथा परिवार में तनाव रहेगा। मंगल-शनि के कारण धोखा मिलने व धनहानि के योग हैं। उत्तरार्द्ध में नये लोगों के साथ संपर्क बनेंगे। आकस्मिक लाभ होने से खुशी मिलेगी।
उपाय – ता. 16 से श्रावण महात्म्य पढ़ें, सुन्दर कांड का पाठ करें, शुभ रहेगा।

धनु (ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, डा): मासांभ में कोई शुभ समाचार मिलेगा। कोई रुका हुआ कार्य बनेगा। मित्रों का सहयोग तथा स्त्री संतान संबंधी कोई शुभ संदेश प्राप्त होगा। अकस्मात धन प्राप्ति के योग बनेंगे। शुभ कार्य पर धन खर्च के योग हैं।
उपाय – बृहस्पतिवार और शनिवार को गाय आटे की लोही खिलाएं, शुभ रहेगा।

मकर (भे, ज, जी, जू, जे, जो, ख, खी, खू, खे, खो, ग, गी): शनि वक्री तथा मंगल-शनि का दृष्टि संबंध रहने से आर्थिक उलझनें बढ़ेंगी। निकटस्थ भाई बंधुओं के साथ मन मुटाव पैदा होंगे। अनावश्यक दौड़ धूप एवं खर्चों में वृद्धि होने से परेशानी हो।
उपाय – नित्य 21 दिनों तक राम रक्षा स्त्रोत का पाठ करें, शुभ रहेगा।

कुंभ (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा): पूर्वार्द्ध में मन अशांत एवं असंतुष्ट रहेगा। साढ़े साती के कारण बनते कार्यों में विलंब, मानसिक तनाव, साझेदारी के कार्यों में हानि और धन का अपव्यय होगा। ता. 20 के बाद पारिवारिक मतभेद भी उत्पन्न होंगे।
उपाय – नित्य शनि चालिसा का पाठ करें, शुभ रहेगा।

मीन (दी, दू, थ, झ, दे, दो, चा, ची): पूर्वार्द्ध में कुछ रुके हुए कार्यों में वृद्धि होगी। मित्रों और संबंधियों के सहयोग से धन प्राप्ति हो। ता. 17 से गुरु-शुक्र के मध्य समसप्तक योग तथा ता. 20 से मंगल की दृष्टि रहने से विद्यार्थी वर्ग को विद्या से विघ्न, संघर्ष तथा प्रतिकूल वातावरण का सामना रहेगा।
उपाय – विष्णु सहस्त्र नाम का पाठ करें, बृहस्पतिवार को व्रत करें, गुप्त नवरात्रि में दुर्गा जी का पाठ करें, शुभ रहेगा।

 

।। श्री ठाकुर देवाय नमः ।।
पं. गोविन्द राम
ज्योतिषाचार्य
श्री बांके बिहारी मन्दिर
यहाँ पर पूजा-पाठ, सुन्दर काण्ड, अखण्ड रामायण, रुद्राभिषेक, हस्त रेखा
राशि रत्न, विवाह मिलान, जागरण पार्टी आदि के लिए सम्पर्क करें।
श्री बांके बिहारी मन्दिर, मौहल्ला रहमखानी, पुरानी सब्जी मण्डी, काशीपुर (उ.सिं.नगर) मो.: 8171689447

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here