चैती मंदिर पहुंचा माँ बाल सुंदरी देवी का डोला, मां मंसा देवी पर हुआ भव्य स्वागत

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आकाश गुप्ता
काशीपुर (महानाद) : प्रत्येक वर्ष की तरह इस बार भी चैत्र मास में लगने वाले उत्तर भारत के प्रसिद्ध मेले में शुमार चौती मेले में बुधवार तड़के मां बाल सुंदरी देवी का डोला गाजे-बाजे और धूम धड़ाके तथा ढोल नगाड़ों की थाप पर झूमते हुए श्रद्धालुओं की भक्ति के बीच पुलिस की कड़ी सुरक्षा में नगर मंदिर से चलकर शहर के विभिन्न मार्गों से होता हुआ चैती मंदिर पहुंचा। इस दौरान पुलिस प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए थे।

आपको बता दें कि मां बाल सुंदरी देवी का डोला पूर्व के वर्षों की भांति धूमधाम के साथ नगर मंदिर से चैती मंदिर के लिए रवाना हुआ। मां बाल सुंदरी की स्वर्ण प्रतिमा को लेकर गाजे-बाजे एवं ढोल नगाडों के साथ सहायक प्रधान पंडा पंडा मनोज कुमार अग्निहोत्री मां के नगर मंदिर मोहल्ला पक्काकोट से हजारों भक्तों की भीड़ के साथ पालकी रूपी डोले में लेकर चौती मेला भवन पहुंचे।

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इस दौरान मां मंसा देवी मंदिर पर मां मंसा देवी शोभायात्रा प्रमुख विकास शर्मा ‘खुट्टू’ के नेतृत्व में मां बाल सुंदरी देवी के डोले का भव्य स्वागत किया।

वहीं, मां बाल सुंदरी की स्वर्ण प्रतिमा मां के भवन में पहुंचते ही भक्तों की भीड़ प्रसाद चढाने के लिए चैती मेले में उमड़ पड़ी। मां बाल सुंदरी पांच दिन चैती मंदिर में विराजमान रहने के बाद वापस धूम-धडाके के साथ 4-5 अप्रैल की मध्यरात्रि वापस नगर मंदिर के लिए प्रस्थान करेंगी।

मां को नगर मंदिर से लेकर चैती मंदिर पहुंचे सहायक प्रधान पंडा पंडा मनोज कुमार अग्निहोत्री ने बताया कि मां बाल सुंदरी देवी का डोला नगर मंदिर से चैती मंदिर के लिए प्रस्थान करने से पूर्व मां की स्वर्णिम प्रतिमा को मंगलवार शाम 4 बजे से रात्रि में 12 बजे तक मौहल्ला पक्का कोट स्थित नगर मंदिर में सार्वजनिक दर्शनों के लिए सुलभ थीं। इस दौरान स्थानीय तथा दूरदराज से आये मां के भक्तों ने मां के दर्शन किये। रात्रि 12 बजे कलश स्थापना होकर हवन पूजन के साथ सांकेतिक बलि दी गयी। इसके बाद माँ का डोला तड़के सुबह 3 बजे नगर मंदिर से चलकर सवा 4 बजे चैती मंदिर पहुंचा। उन्होंने बताया कि त्रयोदशी और चतुर्दशी यानी कि 4-5 अप्रैल की मध्यरात्रि में पूरे विधिविधान के साथ पूजा अर्चना कर वापस नगर मंदिर के लिए प्रस्थान करेंगी।

भक्तों में मां के प्रति श्रद्धा का अनुमान इसी के साथ लगाया जा सकता है कि डोले के साथ हजारों की संख्या में मां के भक्त डीजे और ढोल तथा बैंड बाजों की धुन पर झूमते नाचते जा रहे थे।

बता दें कि रामनगर में जी-20 सम्मेलन के होने के बावजूद सुरक्षा की दृष्टि से डोला यात्रा में काफी मात्रा में काशीपुर तथा आसपास के थाना क्षेत्रों से पुलिस बल तैनात था। मां का डोला मौहल्ला पक्काकोट स्थित नगर मंदिर से शुरू होकर मां मंसा देवी रोड, मुख्य बाजार, नगर निगम रोड महाराणा प्रताप चौक और द्रोणा सागर के पीछे टीले वाली सड़क से होते हुए चैती मंदिर पहुंचा।

एसपी काशीपुर अभय सिंह ने बताया कि डोला क्योंकि पहले से ही प्रस्तावित था ऐसे में पुलिस के द्वारा सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त पहले से ही किए हुए हैं। डोले के साथ में पुलिस फोर्स तैनात है तो वहीं मंदिर भवन में भी पुलिस की व्यापक व्यवस्था की गई है। मंदिर में श्रद्धालु मां के दर्शन सुलभ तरीके से कर सके इसके लिए भी काफी संख्या में फोर्स तैनात की गई है। इसके अलावा खालसा ग्रुप और अनेक वॉलिंटियर्स तथा एसपीओ भी मां के डोले में तैनात किए गए थे।