सिंघु बॉर्डर पर दलित की नृशंस हत्या करने के मामले में 2 निहंग हिरासत में

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गुरुग्राम (महानाद) : सिंघु बॉर्डर पर धरना स्थल पर एक दलित की पीट-पीटकर नृशंस हत्या करने के मामले में शनिवार को पंजाब पुलिस की ओर से दूसरी गिरफ्तारी के बाद हरियाणा पुलिस ने दो और निहंगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। शनिवार देर रात्रि निहंग भगवंत सिंह व गोविंद प्रीत ने कुंडली बॉर्डर पर आत्मसमर्पण कर दिया। पंजाब पुलिस ने आरोपी नारायण सिंह को अमृतसर जिले के जंडियाला गुरु के पास अमरकोट गांव से गिरफ्तार किया है। अब तक पंजाब और हरियाणा पुलिस हत्या के चार आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।

वहीं पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में आरोपी निहंग सर्बजीत सिंह ने तीन आरोपियों के नाम बताए हैं और चार आरोपियों को चेहरे से पहचानने की बात कही है। जिसके बाद पुलिस ने अन्य आरोपियों की तलाश में दबिश तेज कर दी है। बता दें कि हत्यारोपी निहंग सर्बजीत सिंह ने शुक्रवार देर शाम डीएसपी वीरेंद्र सिंह के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। वह पंजाब के गुरदासपुर के विठवा का रहने वाला है।

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मामले की जानकारी देते हुए एसएसपी अमृतसर ग्रामीण राकेश कौशल ने बताया हत्या की घटना में दो निहंग शामिल थे, एक को हरियाणा पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया था जबकि नारायण सिंह फरार हो गया था।

उधर, अखिल भारतीय खटिक समाज, अखिल भारतीय बेरवा विकास संघ, धनक कल्याण संघ सहित लगभग 15 दलित संगठनों ने सिंघू बॉर्डर पर लखबीर सिंह की नृशंस हत्या के मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए शनिवार को राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष विजय सांपला को एक ज्ञापन सौंपकर मामले की निष्पक्ष जांच कराने और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने की मांग की है। आयोग ने शुक्रवार को ही स्वतः संज्ञान लेते हुए हरियाणा के डीजीपी से 24 घंटे के भीतर इस मामले की प्रारंभिक रिपोर्ट मांगी थी।

उधर, शनिवार को सीआईए खरखौदा प्रभारी योगेंद्र सिंह की टीम ने डीएसपी वीरेंद्र सिंह के नेतृत्व में आरोपी सर्बजीत सिंह को सोनीपत के सिविल जज (जूनियर डिविजन) किम्मी सिंगला की कोर्ट में पेश किया। जहां डीएसपी वीरेंद्र सिंह ने आरोपी को 14 दिन की रिमांड मांगी। जिस पर कोर्ट ने आरोपी को सात दिन के लिए पुलिस रिमांड पर भेज दिया। पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि उसके साथियों का पता लगाने के लिए उसे गुरदासपुर व चमकौर साहिब ले जाया जाएगा। आरोपी के पास से एक तलवार बरामद हुई है। हालांकि उसका वारदात में प्रयोग नहीं हुआ है। उससे वारदात में प्रयुक्त हथियार भी बरामद किया जाएगा। मृतक के अनुसूचित जाति का होने के चलते मामले में एससीएसटी एक्ट को भी जोड़ा गया है।

एसएसपी ने बताया कि नारायण सिंह को गांव के एक गुरुद्वारे के बाहर गिरफ्तार कर लिया गया है। जब उसे लगा कि वह बच नहीं सकता, तो वह बाहर आया। राकेश कौशल ने बताया कि आरोपी ने लखबीर की हत्या के गुनाह स्वीकार किया है। आरोपी को जब पता चला कि लखबीर सिंह ने गुरु ग्रंथ साहिब का अपमान किया है, तो उसने गुस्से में आकर उसका पैर काट दिया था।

बता दें कि कुंडली बॉर्डर पर आंदोलन स्थल के पास पंजाब के तरनतारन स्थित चीमा खुर्द गांव के लखबीर सिंह की शुक्रवार तड़के हत्या कर दी गई थी। हत्या का आरोप निहंगों पर लगा था। लखबीर पर धार्मिंक ग्रंथ से बेअदबी करने का आरोप लगाकर उसकी बेरहमी से हत्या की गई थी।

धक्कामुक्की होने पर गिर गई पगड़ी
कोर्ट में पेशी के बाद पुलिस टीम जब हत्यारोपी निहंग सर्बजीत को रिमांड पर लेकर बाहर आई तो मीडिया कर्मियों ने उसे घेरकर हत्या के कारणों के बारे में जानने का प्रयास किया। इस दौरान धक्कामुक्की होने पर उसकी पगड़ी को किसी ने हाथ मार दिया। जिस पर उसने सिर पर बांधी अपनी पगड़ी को उतार लिया और उसके बाद वह गाली-गलौज करने लगा। जिस पर पुलिस ने मशक्कत करते हुए उसे कार में बैठाया और लेकर चली गई।

उधर, कुंडली बॉर्डर पर लखबीर सिंह की हत्या के बाद पुलिस ने क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी है। कुंडली क्षेत्र को छावनी में बदल दिया गया है। पुलिस ने जगह-जगह नाका लगाकर क्षेत्र को सील कर दिया है। वहीं निहंगों के क्षेत्र से बाहर जाने पर भी रोक लगाई हुई है।

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