मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। इस अवसर पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड का अपनी समृद्ध संस्कृति और विरासत के कारण देश और दुनिया के पर्यटन मानचित्र पर विशेष स्थान है। यहां के त्योहार, मेलों और उत्सवों में प्रदेश की बहुआयामी लोक संस्कृति, हस्तशिल्प, नैसर्गिक प्राकृतिक सौंदर्य, लोक संगीत एवं नृत्यों की विविधताएं सैलानियों के लिए सदैव ही आकर्षण का केन्द्र रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे चारधाम सदियों से देश व दुनिया के करोड़ों लोगों के आस्था के केंद्र रहे हैं। राज्य की आर्थिकी को मजबूती देने में पर्यटन का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि रोड़ कनेक्टिविटी एवं हवाई कनेक्टिविटी के विस्तार से निश्चित रूप से राज्य के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और राज्य की आर्थिकी के लिए लाभकारी होगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के सहयोग से प्रदेश में एयर कनेक्टिविटी को भी मजबूत किया जा रहा है। पहाड़ में रेल का सपना पूरा होने जा रहा है। राज्य के नैसर्गिक प्राकृतिक सौंदर्य के कारण पर्यटन, उद्योग एवं व्यापार की यहां अपार संभावनाएं हैं। राज्य में होम स्टे को और बढ़ावा दिया जा रहा हैं। इससे ग्रामीण पर्यटन तथा आर्थिकी को भी मजबूती मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन राज्य के विकास और रोजगार दोनों का आधार भी है। पर्यटन स्थल हमारी ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक सभ्यताओं के प्रतीक तथा हमारी पहचान हैं। दिव्यता एवं आध्यात्मिक अनुभूति के केंद्र उत्तराखंड में पर्यटन को रोजगार से जोड़ने के लिए नए पर्यटन स्थल विकसित करने की योजना संचालित की जा रही है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड ‘‘अतिथि देवो भवः’’ के संदेश को देश और दुनिया में पहुंचाने के साथ ही अतिथियों के सत्कार के लिए सदैव तत्पर रहा है। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि प्रदेश में आने वाले सैलानियों के स्वागत एवं सत्कार तथा ऐतिहासिक स्मारकों के संरक्षण की हमारी गौरवशाली परम्परा को बनाए रखते हुए विश्व पर्यटन दिवस का महत्व जन-जन तक पहुंचाने में सहभागी बनें।