पन्ना (महानाद) : मध्यप्रदेश के एक शिक्षक ने गरीब बच्चों की उन्नति के लिए रिटायरमेंट के बाद मिले 40 लाख रुपए दान कर दिये।
मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के सरकारी स्कूल में सहायक शिक्षक के पद से रिटायर हुए विजय कुमार चंसोरिया का खुद का बचपन बेहद गरीबी में बीता था। पढ़ाई करने के लिए उन्होंने दूध बेचा और ऑटो चलाया और शिक्षक बने।
39 साल की सरकारी नौकरी के बाद चंसोरिया खंदिया स्कूल से रिटायर हुए। यह एक आदिवासी बहुल गांव है जहां बच्चे, आर्थिक तंगी के कारण बोर्ड द्वारा निर्धारित परीक्षा की फीस तक नहीं भर पाते हैं। बच्चों की इस हालत को देखते हुए उन्होंने एक साल पहले ही फैसला कर लिया था कि अपने रिटायरमेंट के बाद वे अपने सारे पैसे दान कर देंगे।
और उन्होंने अपना किया हुआ वादा निभाया तथा जनरल प्रोविडेंट फंड और ग्रेच्युटी में मिलने वाले लाखों रुपए गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए दान दे दिए। चंसोरिया का मानना है कि शिक्षा एकमात्र ऐसा हथियार है जिससे गरीबी को हराया जा सकता है। इसी कारण वे अपनी आखिरी सांस तक बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में मदद करते रहना चाहते हैं।