साइबर क्राइम की टीम जांच में जुटी
अब साइबर क्राइम की टीम मामले की जांच करने में जुटी है। पुलिस अधिकारी तह तक जाने के लिए अभी मामले में कुछ भी कहने से बच रहे हैं।
आपको बता दें कि मुर्गा-मीट बांटने वाले दोनों आरोपी आपस में चाचा-भतीजे हैं। जिले में दिल्ली यमुनोत्री हाईवे मार्ग पर पीठ मैदान पुलिया के पास प्रदीप की मुर्गा मीट की दुकान है। इस दुकान पर काफी समय से एक फोटो, आधार कार्ड और पैन कार्ड की फोटोकॉपी देने पर मुर्गे का मीट फ्री में दिया जा रहा था।
पूछताछ में हुआ खुलासा
धीरे-धीरे यह चर्चा आम होने लगी और आए दिन सैकड़ों से ज्यादा लोगों ने फ्री में दिए जा रहे मुर्गे के मीट का लुत्फ उठाया। सूचना मिलने पर पुलिस ने दुकानदार स्वामी प्रदीप कुमार और दिल्ली निवासी एक युवक तुषार को हिरासत में ले लिया। दोनों से पूछताछ करने के बाद सूत्रों के अनुसार पकड़े गए युवक तुषार ने बताया कि वो दिल्ली में रहता है और बीए का छात्र है। वह पिछले काफी समय से एक प्राइवेट कंपनी के लिए काम कर रहा था, जिसमें उसे आधार कार्ड, पैन कार्ड और एक फोटो की डिटेल भरकर काफी पैसे मिलते थे। और इस कारण ये लोगों को फ्री में मुर्गे का मीट उपलब्ध करा रहे थे। बता दें कि पिछले करीब 3 महीने से ये धंधा चल रहा था।
मामले की जांच जारी
अब इतनी भारी संख्या में आधार कार्ड, पैन कार्ड (PAN Card) और लोगों के फोटो के जुटाए जाने वाले डेटा का ये दोनों क्या करने वाले थे और इनका नेटवर्क कहां तक फैला है, इसकी जांच पड़ताल करने के लिए थानाभवन पुलिस और साइबर क्राइम की टीम जुटी हुई है। हालांकि इस बारे में अभी पुलिस कुछ भी जानकारी देने को तैयार नहीं है लेकिन मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। फिलहाल पुलिस मुख्य आरोपी की तलाश में जुटी हुई है।