मार्च माह का राशिफल पं. गोविंदराम की कलम से

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विकास अग्रवाल
काशीपुर (महानाद) : मार्च माह का राशिफल पं. गोविंदराम की कलम से

मेष (चू, चे, चौ, ला, ली, लू, ले, लो, अ): मासारम्भ से ही राशि स्वामी मंगल उच्च राशिस्थ होने से स्वगृही दृष्टि रहेगी। स्वास्थ्य में सुधार, प्रतिष्ठा में वृद्धि, आय के साधनों में सुधार होने के योग बनेंगे। परन्तु अष्टमस्थ केतु के प्रभाव से शरीर कष्ट एवं रक्त विकार का भय रहेगा।
उपाय – सफेद व काले तिल काले कपड़े में बांधकर अपने ऊपर तीन बार घुमाकर बहते हुए जल में प्रवाहित करें, शुभ रहेगा।

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वृष (ई, उ, ए, ओ, वा, वि, वु, वे, बो): शुक्र भाग्यस्थ होने से मान सम्मान एवं प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। व्यवसाय में अचानक लाभ प्राप्ति के अवसर प्राप्त होंगे। राहु लग्नस्थ होने से तनाव एवं उलझनों के रहते धन प्राप्ति के साधन बनते रहेंगे। व्यवसाय नौकरी में विभिन्न परेशानियों एवं विपरीत परिस्थितियों का सामना रहेगा।
उपाय – 4 शनिवार की सुबह रोटी में खीर लगाकर कौओं एवं काली गाय को खिलायें तो बिगड़े कार्य भी बनेंगे और स्वास्थ्य भी सही रहेगा।

मिथुन (क, की, कु, घ, ड, छ, के, को, ह): मासारंभ में बनते कार्यों में विघ्न। आर्थिक परेशानियां। पेट विकार के कारण परेशानी के योग हैं। ता. 6 से बुध भाग्यस्थ होने से भाग्योन्नति तथा उच्च प्रतिष्ठित लोगों के साथ संपर्क बनेंगे। तां. 24 से बुध, मीन नीच राशिस्थ अस्तगत होकर संचार करने से स्वास्थ्य हानि, मानसिक तनाव, बनते कार्यों में विघ्न तथा अपने भी परायों जैसा व्यवहार करेंगे।
उपाय – बुधवार को चांदी के गोल टुकड़े को हरे रंग के कपड़े में लपेटकर जेब में रखें, शुभ रहेगा। नवीन योजना बनेगी, रुका हुआ धन प्राप्त होगा।

कर्क (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो): इस मास भी मंगल, शुक्र, शनि ग्रहों की संयुक्त दृष्टि रहने से मानसिक तनाव, उत्तेजना, क्रोध अधिक एवं स्वास्थ्य परेशानी रहेगी। व्यर्थ के वाद-विवाद से दूर रहें। गुरु की मित्र उच्च दृष्टि रहने से भाग्यवश ही आय के साधन बनते रहेंगे।
उपाय – श्री दुर्गा सप्तशती का पाठ करें, शुभ रहेगा।

सिंह (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे): पूवार्द्ध में सूर्य-मंगल की दृष्टियों के कारण यद्यपि उत्साह एवं पुरुषार्थ में वृद्धि होगी। परंतु क्रोध व उत्तेजना से कोई बनता हुआ कार्य बिगड़ सकता है। परिवार में कुछ मतभेद भी उभरेंगे। गुरु के कारण अपने धैर्य, परिश्रम तथा निर्भीकता से शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने में कामयाबी के योग बनेंगे। साझेदारी का काम न करें।
उपाय – नारियल को तिलक करके तथा लाल कपड़े में लपेट कर लगातार 3 मंगलवार चलते पानी में बहायें, शुभ रहेगा।

कन्या (टो, प (प्र), पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो): तां. 6 से 23 तक बुध षष्ठस्थ गुरु युक्त होने से अत्यंत संघर्ष के पश्चात ही आय के साधन बनेंगे। किसी व्यक्ति विशेष से धोखे की संभावना भी रहेगी। ता. 14 से सूर्य की दृष्टि तथा बुध नीचस्थ होने से पारिवारिक उलझनें, व्यर्थ की चिंता रहेगी। निकट बंधुओं से वैचारिक मतभेद रहेंगे।
उपाय – रविवार को नमक से परहेज रखें, सादा भोजन करें। 11 रविवार केवल दही और चावल का भोजन करें, सभी क्लेश खत्म होंगे।

तुला (री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते): राशि स्वामी शुक्र चतुर्थ भावस्थ शनियुक्त संचार करने से घरेलू हालात में परिवर्तन तथा खुशी के अवसर भी मिलेंगे। वृथा वाद-विवाद से बचें। व्यवसाय में भी अनेक उतार-चढ़ाव एवं परिवर्तनों का सामना करना पड़ेगा।
उपाय – 4 शुक्रवार सफेद रंग के पत्थर पर चंदन का तिलक लगाकर चलते पानी में बहा दें, शुभ रहेगा।

वृश्चिक (तो, ना, नी, नू, ने, पा, पी, यू): मंगल उच्च राशिगत मकर-शनि में शनियुक्त संचार करने से व्यवसाय के क्षेत्र में धनलाभ के अवसर मिलेंगे। पराक्रम में वृद्धि तथा उच्च प्रतिष्ठित लोगों के साथ संपर्क बढ़ेंगे। जमीन जायदाद आदि के क्रय-विक्रय करने की योजना बनेगी। परंतु स्वभाव में उग्रता बनी रहेगी। जल्दबाजी और उत्तेजना से हानि होगी।
उपाय – 5 मंगलवार को हनुमान जी का चोला चढ़ायें तो विशेष लाभ रहेगा, मन शांत रहेगा।

धनु (ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, डा): राशि स्वामी गुरु तृतीयस्थ तथा शनि की साढ़े साती के कारण यद्यपि तनाव एवं क्रोध अधिक रहेगा। कार्य व्यवसाय में व्यस्ततायें बढ़ेंगी। परिवार में व्यर्थ की परेशानी रहेगी। ता. 14 से संघर्षपूर्ण परिस्थितियों के बावजूद व्यवसाय में धनलाभ एवं पदोन्नति के योग हैं। निकटस्थ संबंधों में तनाव रहे। किसी पर अधिक भरोसा न करें। कोर्ट कचहरी के चक्कर भी काटने पड़ सकते हैं।
उपाय – 3 बृहस्पतिवार को पीले कपड़े में नारियल लपेट कर बहते हुए जल में डालें, शुभ रहेगा। कर्जे से मुक्ति, नौकरी में प्रमोशन, व्यापार में वृद्धि होगी।

मकर (भे, ज, जी, जू, जे, जो, ख, खी, खू, खे, खो, ग, गी): मंगल, शुक्र, शनि ग्रहों का संचार इस राशि पर रहने से अकस्मात धन लाभ व उन्नति के अवसर मिलेंगे। परंतु साढ़े साती रहने से संघर्षमय परिस्थितियां रहेंगी। विशेष परिश्रम एवं उद्यम करने पर भी यथाकूल लाभ प्राप्त नही होगा। क्रोध व तनाव अधिक रहेगा।
उपाय – संेटनाशक श्री गणेश स्त्रोत का पाठ करें एवं गणेश चतुर्थी का व्रत करें, शुभ रहेगा।

कुंभ (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा): यह मास व्यवसाय की दृष्टि से शुभ होगा। नई योजना को कार्यरूप देने में अत्यधिक परिश्रम करना पड़ेगा। सरकारी कार्यों में कुछ विघ्नों के उपरांत सफलता मिलेगी। अपने क्रोध व उत्तेजना पर काबू रखें।
उपाय – मंगलवार का व्रत रखें, 7 मंगलवार किसी अपाहिज को गुड़ से निर्मित भोजन खिलायें, शुभ रहेगा।

मीन (दी, दू, थ, झ, दे, दो, चा, ची): विघ्न बाधाओं के बावजूद धन की प्राप्ति होती रहेगी। विलासादि कार्यों पर धन खर्च होगा। घर परिवार की तरफ से चिंतायें उत्पन्न होंगी। कारोबार में कार्य योजना को कार्यरूप देने से विलंब होगा। विद्यार्थियों के लिए यह माह शुभ है।
उपाय – काली चीजों का दान करें। 21 दिनों तक निहार मुंह तांबे के लोटे में जल डालकर पियें, शुभ रहेगा।

।। श्री ठाकुर देवाय नमः ।।

पं. गोविन्द राम
ज्योतिषाचार्य

श्री बांके बिहारी मन्दिर

यहाँ पर पूजा-पाठ, सुन्दर काण्ड, अखण्ड रामायण, रुद्राभिषेक, हस्त रेखा
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श्री बांके बिहारी मन्दिर, मौहल्ला रहमखानी, पुरानी सब्जी मण्डी, काशीपुर (उ.सिं.नगर)

मो.:  8171689447

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